Wednesday, August 8, 2012

कृष्णा का संदेस

विचार

कृष्ण का संदेस
कर्म करो फल की चिंता मत करो
कर्म कभी निष्फल नहीं होता
अन्याय को सहना पाप है
करने वाला चाहे कोई अजीज ही क्यों न हो

आज उनके संदेस को भूल कर बस जय जय कार रह गयी है
सुकर्म कोई करना नहीं चाहता
फल भी हाथो हाथ चाहिए सब को
आज धर्म एक दिखावा बन कर रह गया है

जो सचे अर्थो में इस दिन को मानना चाहते हैं
तो
कृष्ण के बताये मार्ग पर चलिए
वोही आपकी सच्ची पूजा होगी उनके प्रति 

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