Tuesday, September 22, 2015

माँ बाप और आज के हालात




    वक्त रहते माँ बाप की सेवा कर लो , ये अवसर न बार बार मिलता है और न ही हर किसी को, 
जिनके माँ बाप नहीं उनसे पूछो
और जिनके माँ बाप हैं वो उन्हे पूछते नहीं....  क्यो
क्या 40/50 साल पहले वर्द्ध आश्रम थे ? 
क्या तब माँ बाप की ऐसी हालात थी जैसी अब है 
बूढ़ी आंखों में झांक कर देखो वहाँ आपके लिये दुआयें और प्यार ही नजर आयेगा
मत गंवाओ इस समय को और थोड़े वर्षों में आप ने भी इस स्थति से गुजरना है..... बक्त रहते संभल जाओ बाद में फोटो के आगे रोने के सिवा कुछ हाथ नही लगना

Wednesday, September 2, 2015

मिठास




  ज़ुबान में ही नही दिल में भी मिठास रखनी चाहिये
वरना
कड़वाहट हर रिश्ते को खा जाती है

Thursday, December 4, 2014

शिक्षाप्रद वातावरण

सुविचार

ऐसी वाणी बोलिए
मन का आप खोये

ये कहावत आज कल सिर्फ किताबो के लिए रह गयी है
वरना आज कल के बच्चे  तो पहले खुद का आपा खोते हैं और उसके बाद ऐसी वाणी बोलते हैं की सुननेवाला अपना आप ही खो बैठता है

आज के बच्चो को सिर्फ किताबो की शिक्षा मिल रही है वरना हर तरफ झगडे और ऐसी मूवीज और टी वी पर इतना कुछ ऐसा ही देखने को मिलता है
अब इसमें उनका भी क्या कसूर
जो वो लोग देख रहे हैं उसी को फॉलो भी कर रहे हैं
ऐसे टी वी चैनल और मूवीज पर रोक लगानी चाहिए और बच्चों के चारो और शांत और शिक्षाप्रद वातावरण ही रखने की कोशिश करनी चाहिए

Thursday, November 27, 2014

पोथी पड़ पड़ जग मुआ

पोथी

पोथी पड़ पड़ जग मुआ

आजकल क्या जवान क्या बच्चे सब का यही हाल है

पढाई में नंबर एक आते हैं लेकिन माँ बाप से बोलने का तरीका उन्हें भूल गया है ,माना  ज़माना बदल गया है लेकिन माँ बाप और उनका आदर कहीं खो गया है आज की पीडी से ,ये नहीं सोचते की जैसा वो कर रहें हैं अपने माँ बाप के साथ उनके बच्चे उन्ही से अवचेतन में सब सीख रहे हैं

बाद में तो यही होगा
बोये पेड़ बबूल का तो आम कहाँ से होए
माँ बाप को इतने कडवे शब्द आप अनजाने में बोल जाते हो जिसका आप को एहसास भी नहीं होता और एहसास तब होगा जब आप उस उम्र में पहुंचोगे

Tuesday, August 19, 2014

दोस्ती और अहम्

विचार

कई बार खून के रिश्ते हमें इतना नहीं समझते

जितना हमारे दोस्त हमें समझते हैं

दोस्ती में

अहम को कभी भी आड़े ना आने दो

जहाँ अहम आया

वहां दोस्ती ख़तम

बस एक नासूर रह जाता है वहां

जहाँ कभी दोस्ती रहती थी

Tuesday, July 15, 2014

दोस्ती

सुविचार

जिंदगी में या तो दोस्त बनाओ नहीं

बनाओ तो दिल से निभाओ

चेहरे पर मुखौटे दुनिया के अछे लगते हैं

दोस्त निर्मल और स्वच्छ

मन से ही मिलते हैं

जहाँ दोस्ती में मुखौटा आया

वहां आप ने अपना एक दोस्त खोया

दोस्त बनाना आसन है

दोस्ती निभाना कठिन है

अगर दोस्ती की है तो निभा कर दिखाओ

यही दोस्ती की पहचान है

Thursday, June 26, 2014

कडवे बोल

सुविचार


बचपन से ही ये कहावत सब ने सुनी है

की पहले तोलो फिर बोलो

लेकिन क्या इसको हम जिंदगी में अपनाते भीं हैं

कई बार आप के हंसी हंसी में कहे शब्द

किसी को सदा का दर्द दे जातें हैं

अगर आप दुखी हैं तो ये आशा क्यों की

सब को ऐसा दुःख मिलना चाहिए

अगर आप एक अछे इंसान हैं तो

कितने भी दुखी हों लेकिन अपने दुश्मन के लिए भी

वैसा दुःख ना मांगे

बोलने से पहले सोच ले

आप के शब्द किसी को कितना दर्द देंगे

उससे आप का गम तो कम नहीं होगा

लेकिन आप अपना कोई प्रिय खो बैठेंगे कडवे बोलों से

इसलिए बोलने से पहले थोडा सोच ज़रूर ले