सत्य कहा
आभार
जूबा पे था ओ कहन सके हूवा कूछ यू की हम सह न सके नराज न होना मेरे दोसत कीयो की आप के सादी मे हम आ न सके
सत्य कहा
ReplyDeleteआभार
Deleteजूबा पे था ओ कहन सके हूवा कूछ यू की हम सह न सके नराज न होना मेरे दोसत कीयो की आप के सादी मे हम आ न सके
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Deleteजूबा पे था ओ कहन सके हूवा कूछ यू की हम सह न सके नराज न होना मेरे दोसत कीयो की आप के सादी मे हम आ न सके
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