वक्त रहते माँ बाप की सेवा कर लो , ये अवसर न बार बार मिलता है और न ही हर किसी को,
जिनके माँ बाप नहीं उनसे पूछो
और जिनके माँ बाप हैं वो उन्हे पूछते नहीं.... क्यो
क्या 40/50 साल पहले वर्द्ध आश्रम थे ?
क्या तब माँ बाप की ऐसी हालात थी जैसी अब है
बूढ़ी आंखों में झांक कर देखो वहाँ आपके लिये दुआयें और प्यार ही नजर आयेगा
मत गंवाओ इस समय को और थोड़े वर्षों में आप ने भी इस स्थति से गुजरना है..... बक्त रहते संभल जाओ बाद में फोटो के आगे रोने के सिवा कुछ हाथ नही लगना